
जालंधर में आज आये इतने केस ,लेकिन मौत के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेशक कमज़ोर पड़ने लग गयी है लेकिन इसका मतलब ये नहीं की कोरोना जड़ से खत्म हो गया है। जब से शहर अनलॉक हुआ है लोगो ने फिर से सोशल डिस्टन्सिंग की धज़्ज़ियाँ उड़ाना शुरू कर दी है। मास्क नहीं पहन रहे। नतीजा वे अपने घर संक्रमण ले जा रहे हैं। बुधवार को कोरोना से 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जिनमें सभी की उम्र 50 से 70 साल थी।
इनमें से तीन मरीजों की मौत मंगलवार को निजी अस्पतालों में हुई और उनकी रिपोर्ट सेहत विभाग को बुधवार को मिली जबकि चार ने बुधवार को दम तोड़ा। इनमें से एक मरीज 24 और एक मरीज 21 दिन से निजी अस्पताल में दाखिल था। सभी की उम्र 55 साल से अधिक रही। उधर एक पुलिस मुलाजिम सहित 51 लोग संक्रमित रिपोर्ट हुए। 72 लोग ठीक भी हुए जिसके बाद जिले में सक्रिय केसों की गिनती 500 से भी कम (477) रह गई। चौथे दिन भी ब्लैक फंगस का कोई मामला सामने नहीं आया। सेहत विभाग के अनुसार, सेना के अस्पताल से एक, नूरमहल व आसपास इलाके से छह, जालंधर छावनी व शाहकोट इलाके से चार-चार, लद्देवाली व आदमपुर से तीन-तीन, सोढल व बस्ती बावा खेल से दो-दो लोग संक्रमित पाए गए।
लोग नहीं पहन रहे मास्क :
बुधवार को कोरोना के 51 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इनमें से 10 की उम्र 40 साल से कम है। डॉक्टर्स का कहना है कि संक्रमण बढ़ने का कारण यह भी है कि युवा मास्क नहीं पहन रहे। उन्हें लगता है कि कोरोना नहीं होगा, लेकिन कोरोना वे अपने परिवार के लिए ले जा सकते हैं।
जिले में बुधवार को दम तोड़ने वाले सभी बुजुर्ग हैं और हो सकता है उन्हें संक्रमण बाहर से आए किसी पारिवारिक मेंबर से ही हुआ हो। अब तक जिले में संक्रमितों की गिनती 62566 और दम तोड़ने वालों की गिनती 1470 तक पहुंच चुकी है। 477 मरीज होम आइसोलेट जबकि 13 सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।