KAPURTHALA : दुनिया से जुड़ेगा पंजाब का ‘मिनी श्रीलंका’, आजादी के बाद 20 गांवों को सरकार ने दिया ये खास तोहफा

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जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़): पंजाब के कपूरथला में एक जगह की पहचान ‘मिनी श्रीलंका’ के रूप में है। आजादी के बाद से ही इस इलाके के दर्जनों गांव मुख्य भूभाग से कटे थे। यही वजह है कि इस इलाके की पहचान पंजाब में ‘मिनी श्रीलंका’ के तौर पर है। अब आजादी के बाद से टापूनुमा जगह पर जिंदगी जीने वाले मंड इलाके के 20 गांवों के हजारों लोगों को अब किश्ती का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। पिछले साल श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर पंजाब सरकार ने ब्यास नदी से घिरे इन गांवों को अस्थायी प्लाटून पुल की जगह स्थायी पुल बनाने की घोषणा की थी, जो अब पूरी हो गई है। अब इन गांवों के बाशिंदों को किश्ती के सहारे जीवन व्यतीत नहीं करना पड़ेगा। पुल का निर्माण पूरा होने पर 23 दिसंबर को इसे जनता के लिए समर्पित किया जा रहा है।सुल्तानपुर लोधी के मंड इलाके के गांव बाऊपुर जदीद से लखवरियाह समेत करीब 20 टापूनुमा गांवों की दशकों पुरानी मांग 23 दिसंबर को हकीकत बनने जा रही है। जिससे इन गांवों के लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा। सुल्तानपुर लोधी से विधायक नवतेज सिंह चीमा ने बताया कि सुल्तानपुर लोधी में ब्यास नदी के ऊपर गांव बाऊपुर जदीद से लखवरियाह सड़क पर बने स्थायी पुल का उद्घाटन 23 दिसंबर को 11 बजे होगा। हालांकि उद्घाटन कौन करेगा, इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा है।
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी पहल से ही लोगों की दशकों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। 180 मीटर लंबे पुल पर 11 करोड़ 19 लाख 5 हजार रुपये की लागत आई है। इस पुल के बनने से पहले यहां प्लाटून पुल था, जो गांव बाऊपुर जदीद, रामपुर गोरा, मेहमदाबाद, भैनी कादर, भैनी बहादुर, शेरपुर डोगरा, आलमखान वाला, मंड ढूंडे, मंड गुरपुर, मंड किशनपुर घढ़का, माही मंड बंधु जदीद, मंड भीम जदीद, मंड बंधु भीम, मंड भीम जदीद, मंड बंधु कदीम, मंड हंगूरे, किशनपु घड़ूका सहित कई गांवों को जोड़ता था।हर साल बरसात से पहले तीन माह के लिए यह प्लाटून पुल खोलना पड़ता था।

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