
विदेश में पंजाब का जलवा : ऑस्ट्रेलिया में जालंधर के जज ने मारी बाज़ी
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : हमारे भारतीय किसी से कम नहीं है। इसका उदाहरण आये दिन मिलता रहता है। पंजाबियों ने एक बार फिर देश का सिर ऊंचा किया है। जालंधर के कोट कलां गांव के प्रदीप सिंह टिवाना ऑस्ट्रेलिया में जज नियुक्त होने वाले पहले भारतीय बने हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया की कंट्री कोर्ट में जज नियुक्त किया गया है। इसका पता चला तो गांव में उनकी नियुक्ति पर पाठ कराया गया और गांव वालों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाकर खुशी मनाई। हालांकि, टिवाना के परिवार का कोई सदस्य अब गांव में नहीं रहता।
कहाँ हुई पढ़ाई :
प्रदीप टिवाना का जन्म इंग्लैंड में हुआ और वहीं पर उन्होंने पढ़ाई की। उन्होंने वाल्वरहैंप्टन यूनिवर्सिटी से ला की डिग्री हासिल की और उसके बाद सबसे युवा बैरिस्टर बनने का भी सम्मान हासिल किया। साल 2000 के बाद वह आस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए, जहां पर बतौर क्रिमिनल लायर उन्होंने अपनी प्रैक्टिस शुरू की।
पैतृक गाँव में ख़ुशी का माहौल :
गांव के रहने वाले शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के मेंबर परमजीत सिंह रायपुर ने कहा कि प्रदीप टिवाना के पिता अजीत सिंह टिवाना से उनकी काफी करीबी थी। वह 2-3 सालों में अक्सर गांव आते रहते थे। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व व खुशी की बात है कि जालंधर के व्यक्ति को ऑस्ट्रेलिया में पहले भारतीय जज बनने का मुकाम हासिल हुआ है। इससे पहले जालंधर की पलबिंदर कौर शेरगिल 2017 में कनाडा के सुप्रीम कोर्ट की पहली पगड़ीधारी महिला जज बनीं थी।
कोई सदस्य अब नहीं रहता गाँव में :
इसका पता चला तो गांव में उनकी नियुक्ति पर पाठ कराया गया और गांव वालों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाकर खुशी मनाई। हालांकि, टिवाना के परिवार का कोई सदस्य अब गांव में नहीं रहता।