
हिमाचल की 50% वाली रणनीति के आगे पंजाब रोडवेज बस चलाने को मजबूर
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : हिमाचल सरकार ने कोरोना संक्रमण के बीच बहुत स्ट्रिक्ट रूल लगाए थे तभी हिमाचल में कोरोना के मामले भी कम ही थे। अब हिमाचल सरकार ने कहा था की बस सेवा शुरू की जा सकती है लेकिन 50% सवारी के साथ। इसी की सोच विचार में पंजाब रोडवेज के बसों वाले थे।
आपको बता दे की हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक जुलाई से राज्य में अंतरराज्य बस सेवा शुरू करने की घोषणा की गई थी, लेकिन साथ ही शर्त भी रखी थी कि कोई भी यात्री बस 50 फीसद से ज्यादा यात्री लेकर हिमाचल में प्रवेश नहीं करेगी। इसी वजह से पंजाब रोडवेज जालंधर ने हिमाचल के लिए बस सेवा शुरू नहीं की।
आखिरकार चार दिन बाद पंजाब रोडवेज जालंधर ने हिमाचल के लिए बस सेवा शुरू कर दी। डिपो की तरफ से सोमवार को जालंधर से शिमला के लिए बस रवाना की गई है।
दिया ये तर्क :
रोडवेज ने तर्क दिया था कि अगर जालंधर से ज्वालाजी, शाहतलाई अथवा शिमला के लिए बस में 50 फीसद से ज्यादा यात्री जालंधर से ही सवार हो जाते हैं तो फिर बस का हिमाचल में प्रवेश संभव नहीं हो सकेगा। चार दिन तक विचार करने के बाद सोमवार को जालंधर से शिमला के लिए बस रवाना की गई।
पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने बताया कि जालंधर से शिमला के लिए ज्यादा संख्या में सीधे यात्री उपलब्ध नहीं हो पाते हैं और चंडीगढ़ से ही शिमला के लिए अधिकतर यात्री मिलते हैं। इस वजह से चंडीगढ़ तक 100 फीसद यात्रियों के लिए बस संचालित की गई है और उसके आगे शिमला के लिए बस में 50 फीसद यात्री ही बिठाए जाएंगे। शिमला रूट पर बस सेवा का अनुभव लेने के बाद ज्वाला जी एवं शाहतलाई के लिए भी बस सेवा शुरू की जाएगी।