
बुजुर्ग महिला ने शमशानघात में निगला ज़हर :मरने से पहले अंतिम संस्कार के लिए दिए 68 रूपए
होशियारपुर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : आजकल ऐसी बाते अक्सर देखने को मिलती है की घर के बड़े बुजुर्ग किसी न किसी बातों को लेकर परेशान रहते है और कई घरों में ये भी देखा गया है की बच्चे ही घर के बड़ों को बुढ़ापे में नहीं समझते है और घर के बड़े लोग ऐसा कदम उठा लेते हैं जिसके कारण वो हमेशा के लिए परिवार वालों का साथ छोड़ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला होशियारपुर में देखने को मिला है।
न्यू सिविल लाइंस में रहने वाली 75 वर्ष की बुजुर्ग को उसके बेटा-बहू ने इतना परेशान किया कि उन्होंने श्मशानघाट पहुंच सल्फास की गोलियां निगल ली। उल्टियां आते देखकर लोग वहां इकट्ठे हुए तो महिला ने आपबीती सुनाई। आनन-फानन में उन्हें सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बुजुर्ग अपने साथ बैग में 68 हजार रुपये भी ले गई थी। उन्होंने श्मशानघाट के सेवादार से कहा था कि इस राशि से उनका अंतिम संस्कार करवा दिया जाए। हालांकि पुलिस का दावा है कि महिला मानसिक रूप से परेशान थी और इसी कारण उसने यह कदम उठाया है।
पुलिस का दवा महिला थी मानसिक रूप से परेशान :
थाना सदर के प्रभारी तलविंदर सिंह ने कहा कि गुरमीत कौर मानसिक रूप से परेशान थी। इसलिए, ऐसा कदम उठाया। जब उसने पूछा गया कि मरने से पहले उसने बयान दिया है कि बेटा और बहू तंग करते थे। उसे घर से निकाल दिया था। इस पर उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं, जांच कर लेते हैं।
सोमवार सुबह करीब 10 बजे महिला शिवपुरी की सीढ़ियों पर बैठी थी। सूचना मिलने पर महिला के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। बुजुर्ग महिला ने ऐसा क्यों किया इसके बारे में परिजन भी कुछ नहीं बता सके। थाना सदर के प्रभारी तलविंदर सिंह ने कहा कि पुलिस ने शव कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि महिला के पास से मिले सामान में से 68 हजार के करीब रुपए बरामद हुए हैं। महिला 3 दिन से घर से लापता थी। पुलिस ने महिला के बेटे के बयान दर्ज कर लिए हैं।
बेटे की कहानी : माँ रहती थी गुमसुम :
गुरमीत कौर की मौत होने के बाद बेटे जरनैल सिंह ने पुलिस को कुछ और ही कहानी सुनानी शुरू कर दी। जरनैल ने बताया कि वर्ष 2015 में उसके पिता की मौत हो गई थी। उसके बाद मां गुमसुम रहती थी। पिछले कुछ दिनों से तो वह किसी के बात भी नहीं करती थी। सुबह भी वह बिना बताए घर से चली गईं थी। बाद में पता चला कि उन्होंने जहर खा लिया है।
आपको बता दे की गुरमीत कौर ने अपने बैग में 68 हजार रुपए भी रखे थे। उन्होंने अश्विनी र्शमा को पैसे देते हुए कहा कि इन रुपयों उनका अंतिम संस्कार व अन्य रस्में करवा देना। बेटे को इसमें से एक पाई भी ना देना। न ही उसे अंतिम संस्कार करने देना।