
जालंधर की नीना तांगड़ी ने बढ़ाया कनाडा में देश का गौरव ओंटारियो प्रांत में मंत्री
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : आज ये फिर से साबित हो गया की अपने भारतीय नहीं किसी से कम नहीं है। आज ये बात फिर से जालंधर की नीना तांगड़ी ने साबित कर दी है। जालंधर के बिलगा में रहने वाले तांगड़ी परिवार की बहू नीना तांगड़ी कनाडा के ओंटारियो में मंत्री बन गईं हैं। नीना तांगड़ी के मंत्री बनाने पर बिलगा में खुशी का माहौल है। कोरोना काल के चलते गांव के लोग इंटरनेट मीडिया पर ही शुभकामनाएं भेजकर खुशी जाहिर कर रहे हैं। नीना तांगड़ी ने स्माल बिजनेस व रेड टेप रिडक्शन का एसोसिएट मिनिस्टर बनाने की जानकारी ट्वीटर पर साझा की थी। अब कनाडा के ओंटारियो में तीन पंजाबी मंत्री हो गए हैं। पहले यहां प्रभमीत सरकारिया को मंत्री बनाया गया था और अब नीना तांगड़ी और मोगा के रहने वाले परम गिल को भी मंत्री बनाया गया है।
तांगड़ी परिवार का अब कोई सदस्य बिलगा गांव में नहीं रहता। गांव वालों के मुताबिक पूरा परिवार कनाडा में सेटल है। हालांकि उनका घर अब भी यहां है और उसकी देखभाल के लिए एक परिवार को जिम्मा दिया गया है। तांगड़ी परिवार ने ही इलाके में शिक्षा के प्रसार के लिए अपनी 2 एकड़ जमीन दान देकर डीएवी स्कूल खुलवाया था। स्कूल के लोकल कमेटी के चेयरमैन भी नीना तांगड़ी के पति हैं। नीना तांगड़ी का मायका अमृतसर में है। वे 1984 में इंग्लैंड में अश्वनी तांगड़ी से शादी करके तांगड़ी परिवार की बहू बनी थीं।
विवाह के बाद नीना तांगड़ी परिवार समेत कनाडा में रहने लगीं और वहां इंश्योरेंस कंपनी चलाने के साथ-साथ समाजसेवा के कार्यों से जुड़ी रहीं। 1994 में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए प्रोग्रेसिव कंजरवेटिव पार्टी ने उन्हें चुनाव में मिसीगासा स्ट्रीटविले (टोरंटो) से उतारा। वे यहां से तीन बार चुनाव लड़ीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। बावजूद इसके पार्टी ने इस बार भी भरोसा जताया और चौथी बार नीना ने मैदान फतेह किया। करीब 54 वर्षीय नीना तांगड़ी 24 साल से मिसीगासी की निवासी हैं।
पंजाबी मूल के हुए 3 मंत्री :
कनाडा के ओंटारियो प्रांत में अब पंजाबी मूल के 3 मंत्री हो गए हैं। पहले यहां प्रभमीत सकारिया को मंत्री बनाया गया था। उन्हीं के मंत्रालय का जिम्मा अब नीना तांगड़ी को दिया गया है। सकारिया को अब ट्रेजररी बोर्ड प्रेजिडेंट का फुल कैबिनेट रैंक दिया गया है। वहीं, मोगा के रहने वाले परम गिल को भी मंत्री बनाया गया है।
पुराना घर अभी भी यहीं
तांगड़ी परिवार का अब कोई सदस्य बिलगा गांव में नहीं रहता। गांव वालों के मुताबिक पूरा परिवार कनाडा में सैटल हो चुका है। हालांकि उनका घर अभी भी यहां है और उसकी देखभाल के लिए एक परिवार को जिम्मा दिया गया है।