
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए आगे आया ” नारी निकेतन “
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : कोरोना महामारी ने देश में हाहाकार मचा रखा है। कई लोगो ने अपनों को खो दिया है। कोरोना महामारी के चलते कई परिवार उजड़ चुके हैं जिसमें कई बच्चों के माता-पिता की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी कोरोना का प्रकोप शांत नहीं हुआ है। ऐसे में अनाथ होने वाले बच्चों के संरक्षण के लिए बाल विकास कमेटी ने नकोदर रोड पर स्थित नारी निकेतन का चयन किया है। यहां पर उन बच्चों को भी आश्रय दिया जाएगा, जिनके माता-पिता में से एक की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है, लेकिन बच्चे छोटे होने के कारण उनका पालन-पोषण घर में करना संभव नहीं है।
महामारी के दौर में नारी निकेतन बच्चों की मदद के लिए आगे आया है। जिला बाल सुरक्षा अधिकारी कार्यालय ने यहां पर बच्चों के लिए शेल्टर होम बनाया है। जिला बाल विकास अधिकारी अजय भारती ने शहरवासियों से अपील की है कि उनके ध्यान में कोई ऐसा बच्चा है, जिसके माता-पिता में से कोई एक या दोनों कोविड के कारण स्वर्गवास हो गए हैं और परिवार मेंं उनका कोई सहारा नहीं रहा तो वे ऐसे बच्चों की जानकारी जिला बाल विकास या सुरक्षा अधिकारी के अलावा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर भी दे सकते हैं। दूसरी तरफ नारी निकेतन ट्रस्ट की महासचिव गुरजोत कौर ने कहा कि राष्ट्र स्तरीय बाल विकास कमेटी द्वारा उनकी संस्था को ‘शैल्टर होम’ के लिए चुना गया है।
40, बच्चों को रिश्तेदारों ने रखा अपने पास :
अजय भारती ने कहा कि अभी तक जिले में 40 ऐसे बच्चे मिले हैं जो अनाथ हो चुके हैं लेकिन, उनके रिश्तेदारों ने उन्हें अपने पास रख लिया है। वे बच्चों को शेल्टर होम भेजने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर कहीं पर भी इस तरह का बच्चा मिले तो उसकी सूचना विभाग को दें। जिससे विभाग की तरफ से संरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य योजना में ऐसे बच्चों को गोद भी दिया जा सकता है लेकिन, इससे पूर्व तमाम तरह की कानूनी औपचारिकता पूरी करनी होगी। नारी निकेतन सहयोग को तैयार, मिलेंगी मूलभूत सुविधाएं देने को भी तैयार है।