
महाभारत अभी बाकी है : CM कैप्टन का सिद्धू से मिलने से इंकार
पंजाब (पंजाब 365 न्यूज़ ) : तीन महीने की खींचतान के बाद हाई कमान ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष तो बना दिया ताकि कांग्रेस की अंतरिम कलह को दूर किया जा सके। लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सब बातों को दरकिनार करने के बाद ही सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष बन सके है जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने अब खुलकर नाराजगी भी जताई है। मंगलवार को सिद्धू मामले में पहली बार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सार्वजनिक रूप से कहा कि जब तक सिद्धू माफी नहीं मांगते, उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। इस बयान के बाद पंजाब कांग्रेस में महाभारत तय है। अंतर्कलह दूर करने में जुटी कांग्रेस हाईकमान ने सीएम कैप्टन की इच्छा के विपरीत सिद्धू को कांग्रेस प्रधान बनाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है।
सीएम के मीडिया सलाहकार की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने मुलाकात के लिए कोई समय नहीं मांगा है। सीएम से मुलाकात का समय मांगने संबंधी खबरें गलत हैं। सीएम के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आया है और वह तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह निजी हमले करने वाली अपमानजनक पोस्ट को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते। सिद्धू द्वारा सरकार की कार्यप्रणाली पर कई बार सवाल उठाने के कारण सीएम नाराज हैं।
तीन महीने तक चली कशमकश के बाद कांग्रेस हाईकमान ने रविवार शाम सीएम का विरोध दरकिनार कर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी थी। सिद्धू की मदद के लिए 4 कार्यकारी प्रधान भी बनाए गए हैं। अब सार्वजनिक माफी की मांग पर सीएम के अड़ने से पंजाब कांग्रेस में महीनों से जारी अंतर्कलह और ज्यादा बढ़ सकती है।
दरअसल, बीते शनिवार को सिसवां फार्म हाउस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात के दौरान हरीश रावत ने सिद्धू से मिलकर पुरानी बातों और मनमुटाव को खत्म करने का आग्रह किया था। इस दौरान कैप्टन ने रावत से दो-टूक कह दिया कि वे सिद्धू से नहीं मिलेंगे।
कैप्टन ने कहा कि सिद्धू ने उनके खिलाफ हाल के दिनों में सार्वजनिक तौर पर बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं और सोशल मीडिया पर भी उनके खिलाफ बहुत कुछ अभद्र लिखा है, जिसने उन्हें आहत किया है। अब बिना माफी के सिद्धू से कोई बात नहीं होगी।