
जालंधर बस स्टैंड आज इतने बजे तक रहेगा बंद : जाने से पहले पढ़े पूरी खबर
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) ; जालंधर में हड़ताल आज भी 2, बजे तक रहेगी। पनबस, PRTC व पंजाब रोडवेज के कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों ने बस स्टैंड बंद करने का फैसला दो घंटे के लिए बढ़ा दिया है। पहले इसे दोपहर 12 बजे तक बंद किया जाना था। इसके बाद स्टेट लीडरशिप के निर्देश अब पर अब बस स्टैंड दोपहर 2 बजे तक बंद रहेगा। तब तक न किसी बस को बस स्टैंड के अंदर जाने दिया जाएगा और न ही बाहर निकलने दिया जाएगा। जिन सवारियों को इस दौरान प्राइवेट बस से जाना है, वह बस स्टैंड के बाहर से बसों में बैठ सकती हैं। सरकारी बसों का चक्का जाम फिलहाल जारी रहेगा। हालांकि बस में बैठने के लिए स्टैंड के भीतर पहुंची सवारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इस वक्त पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी के करीब 8 हजार कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिससे 2 हजार बसें पंजाब में रोडवेज के 18 व पीआरटीसी के 9 डिपो में खड़ी हैं। करीब ढ़ाई हजार में से 2 हजार बसों के पहिए थमे हुए हैं। कुछ बसें पक्के ड्राइवर-कंडक्टर के जरिए जरूर चलाई जा रही हैं।
बस स्टैंड बंद रहने के दौरान यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना होगा क्योंकि बस स्टैंड के आसपास के क्षेत्र में ही बसों का जमावड़ा हो जाएगा जिससे ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति उत्पन्न होगी इसके अलावा यात्रियों को गंतव्य के लिए बस लेने में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें यह नहीं पता होगा कि संबंधित स्थान के लिए बस कहां से रवाना हो रही है। निजी बस ऑपरेटरों की तरफ से बस स्टैंड के बाहर ही बसों को खड़ा किया जाना शुरू कर दिया गया है जहां से बसों को 10 बजे के बाद गंतव्य के लिए रवाना किया जाना है।
जालंधर के जिला प्रधान गुरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की अफसरशाही अपनी जिद पर अड़ी हुई है। यही वजह है कि अब कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों को बस स्टैंड बंद करने जैसा कड़ा कदम उठाना पड़ रहा है। कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों की हड़ताल का वीरवार को चौथा दिन है और पांचवें दिन मुख्यमंत्री के सिसवां स्थित आवास का घेराव भी किया जाना है। बीते 5 दिन से 2000 के लगभग सरकारी बसें सड़क से हट चुकी हैं और बेहद कम संख्या में पंजाब रोडवेज और पीआर टीसी की बसों को रेगुलर मुलाजिमों के सहारे चलाया जा रहा है।
अभी तक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी डिपो के बाहर ही प्रदर्शन कर रहे थे। बुधवार को CM के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार के साथ यूनियन की बैठक हुई। वहां शर्त रख दी गई कि अगर वे हड़ताल खोलेंगे तो ही मुख्यमंत्री उनसे बातचीत करेंगे, जिससे कर्मचारी बिफर गए। उन्होंने दो घंटे बस स्टैंड बंद करने का ऐलान कर दिया। सिसवां फार्म हाउस के घेराव का फैसला भी कर दिया। गुरुवार को सरकार के रुख पर फिर सबकी नजर रहेगी।