
क्या सच में पंजाब वित्तीय संकट से जूझ रहा है ?
पंजाब (पंजाब 365 न्यूज़ ) :पंजाब में सियासत उस समय गरमा गयी जब पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मंगलवार को चार लोगों को नई दिल्ली लाने के लिए 16 सीटर निजी जेट किराए पर लेने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी पहली हवाई उड़ान पर चौतरफा घिर गए हैं। दिल्ली जाने के लिए 16 सीटर चार्टर्ड प्लेन का इस्तेमाल करने पर विपक्ष के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सवाल खड़े किए हैं। कैप्टन के हवाले से उनके मीडिया सलाहकार ने रवीन ठुकराल ने ट्वीट किया कि वाह…क्या गरीबा दी सरकार है!
चार लोगों के लिए 16 सीटर जेट जबकि पांच सीटर अधिकारिक हेलीकाप्टर उपलब्ध था। मुझे अब लगने लगा है कि मैं पिछले साढ़े चार साल से सो रहा था, यह मानते हुए कि पंजाब एक वित्तीय संकट में है। उनका सीधा कहना था कि जब सरकार का पांच सीटर विमान उपलब्ध है तो पंजाब के वित्तीय संकट के बीच 16 सीटर विमान किराए पर लेने का क्या तुक बनता है।
विपक्ष ने उनकी इस यात्रा को लेकर तीखे प्रहार किए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने 24 घंटे में ही अपने बयान पर यू-टर्न ले लिया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने कहा कि 250 किलोमीटर जाने के लिए कार का भी प्रयोग किया जा सकता था।
आपको बता दे की निजी जेट में यात्रा करने वालों में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और नवजोत सिद्धू के एक रिश्तेदार शामिल थे। इस खर्चिली यात्रा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सवाल किया कि सरकारी चॉपर उपलब्ध होने के बावजूद 16 सीटर जेट में चार लोगों लोगों ने यात्रा क्यों की ?
कैबिनेट विस्तार और अफसरशाही में फेरबदल किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। सिद्धू ने इसकी एक तस्वीर ट्विटर पर जारी की, जिसमें मुख्यमंत्री सहित सभी लोग एक निजी चार्टर्ड प्लेन के पास खडे़ हुए हैं। इस पर विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया आई है।
अकाली दल की ओर से पार्टी प्रवक्ता चरणजीत सिंह बराड़ ने कहा है कि ऐसी कौन से दिल्ली जाने की इमरजेंसी थी कि निजी चार्टर्ड प्लेन का प्रयोग किया गया। दिल्ली जाने के लिए सरकारी हेलीकॉप्टर या कार का इस्तेमाल किया जा सकता था। आप नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सोमवार को मुख्यमंत्री कह रहे थे कि उनकी सरकार आम आदमी की सरकार है लेकिन 24 घंटे के बाद ही आम मुख्यमंत्री दिल्ली जाने के लिए चार्टर्ड प्लेन का प्रयोग करने लगा।
आपको बता दे की अगस्त में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया के नेतृत्व वाले विशेषज्ञों के एक पैनल ने कहा था कि पंजाब वर्तमान में सबसे कम कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ सबसे अधिक वित्तीय रूप से तनावग्रस्त राज्यों में से एक है। पंजाब की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पिछले साल पूर्व CM अमरिंदर सिंह द्वारा विशेषज्ञों की एक टीम को गठित किया गया था।
हाल ही में प्रस्तुत अपनी अंतिम रिपोर्ट में विशेषज्ञों के समूह ने सरकारी लोन की औसत लागत को कम करने, पुलिस में भर्ती पर प्रतिबंध लगाने, राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान को एक जैसा करने और व्यावसायिक टैक्स की कटौती को बढ़ाने जैसे उपायों का सुझाव दिया था। हालांकि, रिपोर्ट में बिजली सब्सिडी और कृषि लोन माफी के मुद्दों को शामिल नहीं किया गया था। पैनल ने कहा था कि जब तक अगले कुछ सालों में वित्तीय स्थिति को ठीक करने के उपाय नहीं किए जाते, तब तक पंजाब को उसकी पूर्व-प्रतिष्ठित स्थिति में बहाल करने के उद्देश्य को पूरा नहीं किया जा सकता।
तब ये दिया था सुझाव :
पैनल ने कहा, “हम मानते हैं कि राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार लाना अभी के लिए संभव नहीं है। कोरोना महामारी ने सभी राज्यों और केंद्र के राजकोषीय घाटे को बढ़ा दिया है। हालांकि, महामारी के बाद सामान्य स्थिति हासिल करने के बाद एक ठोस प्रयास शुरू करने की जरूरत है। ” एक्सपर्ट्स की टीम ने पंजाब सरकार आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और आगे की रणनीति तैयार करने के लिए एक और एक्सपर्ट्स की टीम गठित करने का सुझाव भी दिया था।
लेकिन अब जब पांच लोगो के लिए जाने के लिए जबकि पांच सीटों वाला आधिकारिक हेलिकॉप्टर उपलब्ध था तो न्य CM- को इतना खर्च करे की क्या जरूरत थी। यह तब है जब पंजाब वित्तीय संकट से जूझ रहा है.”
अब लोगो के मन में सवाल ये भी उठता है की नव CM सिद्धू के करीबी है क्या सिद्धू अब उन्हें अपने इशारों पर नचाएंगे। ये तो आने वाले वक़्त में ही पता चलेगा।