
हिम्मत और जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता
जालंधर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : कहते हैं दिल में हिम्मत और जज्बा हो तो कोई भी काम आसान हो जाता है। एक औरत अपने परिवार का पेट भरने के लिए कुछ भी कर सकती है। हर हौंसले से जंग जीती जा सकती है। ऐसा ही हौंसला जालंधर की हरदीप कौर में देखने को मिला। जब कोरोना काल में जब हरदीप कौर के पति बीमार पड़े तो तीन बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई।
सामने मुश्किलों का पहाड़ देखकर भी हरदीप ने हार नहीं मानी। खेतों में मजदूरी की, हाईवे किनारे चाय बेचकर अपने परिवार को संभाला। आज हरदीप सामाजिक रुढ़ियों को तोड़ते हुए नई भूमिका में दिख रही हैं। उन्होंने हाल ही में शहर की पहली ई-रिक्शा चालक बनने का गौरव हासिल किया है। हरदीप ने गरीबी के दंश से बाहर निकालने के लिए ई-रिक्शा चलाना शुरू किया है। वह अपने दम पर पूरे परिवार की किस्मत संवारने में जुट गई हैं। उनका रूट है लांबड़ा से बस स्टैंड और बस स्टैंड से फिर लांबड़ा। विशेष बात यह कि उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए डीजल ऑटो के बजाय ई-रिक्शा को प्राथमिकता दी।
कई लोग उड़ाते है मज़ाक :
हरदीप ने बताया कि महिला को ई-रिक्शा चलाते देख बहुत से लोग उनका मजाक उड़ाते हैं पर उन्हें किसी की परवाह नहीं है। वह अपने काम में लगी रहती हैं। वह कहती हैं कि जो दिन मैंने देखे हैं, वह दिन मेरे बच्चे कभी न देखें।
मिला रोटरी क्लब का साथ :
हरदीप को रोटरी क्लब ने केनरा बैंक के साथ मिलकर शुरू किए गए महिला सशक्तीकरण प्रोजेक्ट के तहत ई-ऑटो रिक्शा दिलवाया गया है। क्लब के पूर्व प्रधान प्रभपाल पन्नू ने महिलाओं को केवल घर में ही नहीं बल्कि चौखट से बाहर आकर काम करने को जागरूक करने के मकसद से यह प्रोजेक्ट शुरू किया था। उनका कहना है कि हम हर उस महिला को ई-रिक्शा दिलाएंगे जो अपने और अपने घर वालों के लिए काम करने के लिए आगे आएगी। ई-रिक्शा चलाना आसान है। इसे हर महिला आसानी से चला सकती हैं। अकेली महिला सवारी को ऐसे ऑटो में सवारी करना बहुत भाएगा।