
श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के प्रकाश पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनायें
GURU PARV (पंजाब 365 न्यूज़) : श्री गुरु गोविन्द सिंह का नारा था ; चिडियो से मैं बाज़ लड़ाऊं , सवा लाख से एक लड़ाऊं , तभी गुरु गोविन्द सिंह नाम कहलाऊँ।
जिनका एक एक सिपाही सवा लाख लोगो को धुल चटा देता था , जिनका नाम सुनते ही ओरंगजेब थर थर काम्पने लगता था। उनको मृत्यु का भय नहीं था। श्री गुरु गोविन्द सिंह जी को प्राणों से भी अधिक अपना धर्म प्यारा था।
गुरु गोविन्द सिंह जी का जन्म पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को 1666- में पटना साहिब में हुआ था। अध्यियात्मक गुरु होने के साथ -साथ वे एक निर्भय योद्धा , कवि और दार्शनिक भी थे। जब इनके पिता गुरु तेग बहादुर सिंह जी ने इस्लाम में परवर्तित होने से मना कर दिया तो उनका सर काट दिया गया था। तब 9-वर्ष के गुरु गोविन्द सिंह जी को औपचारिक रूप से सिखों के गुरु के रूप में स्थापित किया गया। गुरु गोविन्द सिंह जी ने ही खालसा वाणी दी , जिसे ” वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फ़तेह कहा जाता है “।
सिखों के लिए 5- चीज़ें – बाल , कड़ा , कच्चा , कृपाण और कंघा धारण करने का आदेश गुरु गोविन्द सिंह जी ने ही दिया था। गुरु गोविन्द सिंह जी के जन्म दिवस क प्रत्येक वर्ष प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है
त्याग और वीरता के प्रतीक खालसा पंथ के संस्थापक सिख समुदाय के 10-वे गुरु गोविन्द सिंह जी धर्म की रक्षा के लिए कुर्वान हो गए ऐसे योद्धा को उनकी 354-वी जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजली ।