
जोड़ा फाटक रेल हादसे में मारे गए लोगों को कैप्टन सरकार का तोहफा
अमृतसर ( पंजाब 365 न्यूज़ ) : पंजाब के अमृतसर का वो भयानक हादसा किसे नहीं याद जब दशहरा का कार्यक्रम देखने आय लोगो को एक तरीन कुचल कर चली गयी थी। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अमृतसर के जोड़ा फाटक रेल हादसे के पीडि़त परिवाराें के बड़ी राहत दी है। सरकार ने 19 अक्टूबर, 2018 को दशहरा के दिन जोड़ा फाटक रेल हादसे में मारे गए लोगों के 34 परिवारों के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने के लिए पत्र जारी कर दिया है।पंजाब सरकार की ओर से एक मार्च, 2021 को कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पारित कर यह फैसला लिया था कि पीडि़त परिवारों के एक-एक सदस्य को विभिन्न योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी। अब सरकार ने पत्र जारी कर इस पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है।
हादसे में मरने वालों की संख्या 58 थी, लेकिन नौकरी के लिए 34 आश्रितों के आवेदनों को स्वीकार किया गया है। नौकरी के लिए कई महीनों तक परिवारों ने धरने व प्रदर्शन किए थे। जिसके बाद सरकार ने उनकी मांग को मान लिया था। आश्रितों को डीसी ऑफिस, नगर निगम और शिक्षा विभाग में एडजस्ट किया गया है। पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेशों में लिखा गया है कि आश्रितों को 26 जुलाई सोमवार को ऑफर लेटर दिया जाएगा। जिसके बाद इन्हें मेडिकल व पुलिस वेरिफिकेशन को पूरा करना होगा।
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खेहरा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे में मारे गए 34 लोगों के परिवारों के एक-एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। सरकार का पत्र मिल गया है और सोमवार से अगली प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस हादसे से पीडि़त एक परिवार के सदस्य दीपक ने बताया कि उन्हें रविवार को डीसी कार्यालय से फोन आया है कि वह सोमवार को अन्य पीडि़तों के साथ लेकर अधिकारियों से मिलें।
इन पदों पर किये गए नियुक्त :
जिस समय यह हादसा हुआ, पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डाॅ. नवजोत कौर कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि मौजूद थे। केंद्र व राज्य सरकारों ने कुल 7 लाख रुपए की राशि मृतकों के परिवारों और 50 हजार रुपए घायलों को दी थी। वहीं इस दौरान आश्रितों को नौकरी का वायदा किया था। सभी को सफाई सेवक और सेवादार के पद पर रखा गया है। सिर्फ दीपक कुमार, जो बीएससी ग्रेजुएट है, को क्लर्क के पद पर रखा गया है। यह सभी नौकरियां आश्रितों को उनकी योग्यता के आधार पर दी गई हैं।