
BREAKING NEWS : SAD, विधायकों की बैलगाड़ी यात्रा , बैगाड़िओ पर बैठकर इन चीज़ों के विरूद्ध किया विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़ (पंजाब 365 न्यूज़ ) -: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के विधायकों ने गुरुवार को पंजाब विधानसभा में बैलगाड़ी पर सवार होकर राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए कर में कमी की मांग की। उन्होंने बोलै की दिन प्रतिदिन दाम बढ़ते ही चले जा रहे है जिस से पूरा जीवन अस्त व्यस्त होता जा रहा। हर रोज पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है जिस से लोग तो अब पेट्रोल डीज़ल खरीदने में भी असमर्थ होते जा रहे हैं।
पंजाब सरकार राज्य के लोगों को बेवकूफ बना रही है। सरकार ने इस हद तक कर लगाया है कि लोगों के लिए पेट्रोल और डीजल खरीदना लगभग असंभव हो गया है। यह सही है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए हैं, लेकिन अगर पंजाब सरकार टैक्स वापस लेती है तो लोगों के लिए ईंधन खरीदना आसान हो जाएगा।
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में चौथे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के विधायकों के बीच तीखी नोकझाेंक हाे गई। कोरोना वायरस के इलाज करवाने को लेकर आज अकाली दल और कांग्रेस के विधायकों में तीखी बहस हुई। इससे पहले SAD के विधायक राज्य में पेट्रोल-डीजल के महंगे रेट के विरोध में बैलगाडि़यों में विधानसभा के पास पहुंचे।
जबकि पुलिस ने उनकी बैलगाड़िओं को विधनसभा से दूर ही रोक दिया उसके बाद वो सब अपनी अपनी गाडिओं से विधानसभा पहुंचे ।
आपको बता दे की आज सुबह शिरोमणि अकाली दल के विधायक पंजाब में पेट्रोल और डीजल की महंगी कीमतों के विरोध में बैलगाडियों में विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने निकले थे । इन विधायकों की अगुवाई पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया कर रहे थे। विधायकों ने बैलगाडिय़ों पर विधायक का ” NAME, Plate” भी लगा रखा था। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने उनको विधानसभा से पहले ही चौक पर रोक दिया था।
आरोप प्रत्यरोप :
विधानसभा में कोरोना के इलाज को लेकर कांग्रेस और SAD के विधायकों के बीच कहासुनी हो गई। सदन में आम आदमी पार्टी के विधायक मास्टर बलदेव सिंह ने यह मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को क्या अपने मेडिकल कॉलेज पर भरोसा नहीं था कि उन्होंने अपना इलाज PGI, से करवाया। इस बात को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहां कि वह मीटिंग में चंडीगढ़ आए हुए थे जहां उन्हें कोरोना का टेस्ट करवाने के बाद “PGI” में तुरंत दाखिल होना पड़ा। इसलिए वो अपने हॉस्पिटल में इलाज न करवा सके और PGI, में एडमिट होना पड़ा था।
इसके बाद तुरंत अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने सवाल उठाया कि ” खुद मंत्री जी सरकारी सुविधाओं के बारे में बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन इनका खुद का इलाज “FORTIES” अस्पताल में हुआ है। उनके अलावा और भी कई मंत्रियों ने बड़े प्राइवेट अस्पतालों में ही अपने इलाज करवाए हैं।
इस पर मंत्री सिद्धू ने कहा कि उन्होंने और अन्य जिसने भी प्राइवेट से इलाज करवाया है उसका खर्चा खुद किया है लेकिन बिक्रम मजीठिया क्या यह बता सकते हैं कि ” सुरेंद्र कौर बादल और प्रकाश सिंह बादल ” ने अपना इलाज अमेरिका के अस्पताल में क्यों करवाया और सारा खर्चा सरकार से क्यों लिया।