
राम मंदिर के निर्माणकार्य में आ रही हैं कई मुश्किलें , वहां के महासचिव ने बताया ये कारण
लखनऊ (पंजाब 365 न्यूज़) : एक तरफ लोगो को राम मंदिर बनने का बेसब्री से इंतज़ार है वहीं दूसरी तरफ मंदिर शिलान्यास में परेशानी आ रही है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रस्ताबित जगह पर नीव के नीचे सरयू नदी की धारा मिलने से निर्माण कार्य में परेशानी आई है।

इसके लिए देश के (IIT) एक्सपर्ट्स से मदद मांगी गयी है। उनको इस समस्या के समाधान के लिए खोज पर लगा दिया है। अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि के शिलान्यास को करीब पांच महीने हो चुके है ,इस दौरान मंदिर के निर्माण में कई तकनीकी समस्याए सामने आ रही है। ऐसे में अभी तक उसकी नीव रखने का काम भी नहीं हो सका है।
इस बीच राम जन्म भूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चम्पत राय ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया की राम मंदिर निर्माण में कई समस्याओं का सामना करना पड रहा है। निर्माणस्थल की जमीन भुरभुरी है। राम मंदिर की जमीन के निचे से (200) फ़ीट तक बालू मिल रहा है।

राम जन्भूमि ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय कहते हैं की ” किसी ने कल्पना नहीं की थी की भगवान का यहां गर्भगृह बना है , वह जमीन खोखली है ठोस नहीं है। “
चम्पत राय के अनुसार : जिस दिन मंदिर निर्माण शुरू हो जायेगा उस दिन से (36) से (39) महीने के अंदर राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने ये भी जानकारी दी की राम मंदिर (360) फ़ीट लम्बा और (235) फ़ीट चौड़ा होगा। मंदिर की ऊंचाई (161) फ़ीट होगी और मंदिर में (3) मंज़िले होंगी।

आपको बता दे की 14 जनवरी से राम मंदिर का निर्माण शुरू होना है।