
ममता बनर्जी ने संभाली बंगाल की तीसरी बार बागडोर ,इस मौके पर राज्यपाल ने दे डाली ये हिदायत
बंगाल (पंजाब 365 न्यूज़ ): बंगाल के इलेक्शन के बाद रिजल्ट के इंतज़ार के बाद सबको ममता बैनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह का इंतज़ार था। ममता बनर्जी ने आज बुधवार सुबह 10:50 बजे तीसरी बार बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। , आज बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में ममता बैनर्जी ने लगातार तीसरी बार शपथ ग्रहण की है। शपथ समारोह में एक चीज़ देखने लायक थी , राज्यपाल की हिदायत और उस पर बंगाल की सीएम का रिएक्शन। शपथग्रहण के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को समझाते हुए कहा कि राज्य में जारी हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए। इसके बाद ममता ने कहा कि अभी राज्य की व्यवस्था चुनाव आयोग के पास थी, अब मैं नई व्यवस्था शुरू करूंगी।ने आज ली तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ,इस मोके पर राज्यपाल ने दे डाली ये हिदायत ।
आपको बता दे की ममता बनर्जी राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगी। हालांकि, खुद ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से चुनाव हार चुकी हैं। हालांकि 66 साल की ममता बनर्जी को फिर किसी सीट से चुनाव लड़ना पड़ सकता है।
कौन रहा शपथ ग्रहण में मौजूद :
इस समारोह में BCCI,अध्यक्ष सौरभ गांगुली ,पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी , चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पार्टी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हाकिम भी मौजूद रहे। ममता बनर्जी को राज्य पाल धनखड़ ने शपथ दिलाई है। ये कार्यक्रम एक दम साधारण तरीके से किया गया है क्योकि COVID-19, की वजह से ज्यादा महमानो को नहीं बुलाने की अनुमति थी।
राज्य पाल की ममता बैनर्जी को हिदायत :
ममता ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि अभी प्राथमिकता कोविड के खिलाफ लड़ाई को जीतना है। उन्होंने बंगाल में चल रही हिंसा को लेकर कहा कि बंगाली जनता हिंसा पसंद नहीं करती है। हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आज के बाद हिंसा की घटना नहीं होनी चाहिए। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी कहा- उम्मीद है ममता बनर्जी संविधान का पालन करेंगी। हम चाहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था का राज हो और ये हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए।
लेफ्ट ने किया 34, साल राज :
बंगाल ने 1950 से लगातार 17 सालों तक कांग्रेस को सत्ता सौंपी, लेकिन जब राज्य को सियासी उठापटक का सामना करना पड़ा तो 1977 में उसने वामदलों को चुन लिया। इसके बाद बंगाल ने लेफ्ट को एक या दो नहीं, पूरे सात विधानसभा चुनाव जिताए। लेफ्ट ने CPM की अगुआई में भारी बहुमत के साथ पूरे 34 साल राज किया।
ममता लौटी भारी बहुमत से :
लेफ्ट का दौर खत्म हुआ तो ममता की तृणमूल को सत्ता मिली और वे पिछले दस साल से आरामदायक बहुमत के साथ बंगाल पर राज कर रही हैं। इस बार फिर वे भारी बहुमत के साथ लौट रही हैं।