
बहन भाई के प्यार का प्रतीक राखी के त्यौहार का जानिए शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन (पंजाब 365 न्यूज़ ) : आज देश भर में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. भाई-बहन के प्यार भरे रिश्ते का प्रतीक यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में खास महत्व रखता है. आज (22 अगस्त) के दिन सभी भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देते हैं। इस तिथि को श्रावण पूर्णिमा या कजरी पूनम भी कहते हैं. इसी तिथि में रक्षाबंधन का पवित्र पर्व मनाया जाएगा इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई में रक्षासूत्र बांधकर उनके लिए दुआएं मांगती और उनकी रक्षा का वचन देते हैं। भाई-बहन के पवित्र प्रेम के प्रतीक इस त्योहार में कई लोग व्रत रखते हैं। आज कल बाजार में तरह-तरह की रंग बिरंगी राखियां उपलब्ध हैं लेकिन शुरूआत में राखी के रूप में पीले सूत के धागे का प्रयोग होता था, बाद में ये धागे रंगीन होने लगे। सबसे शुभ मौली या कलावा को बांधना माना जाता है।
इस दिन भाई अपनी बहन को अपनी क्षमता के अनुसार तोहफे देते हैं और पूरे परिवार में चहलपहल का माहौल होता है। यदि आपके भाई-बहन दूर रहते हैं तो कुछ खास संदेशों को शेयर करके भी आप राखी की शुभकामनाएं दे सकते हैं। रक्षाबंधन के पर्व पर इस दिन भद्रा का साया नहीं है. पंचांग के अनुसार भद्रा काल 23 अगस्त 2021 सोमवार को प्रात: 05:34 बजे से प्रात: 06:12 बजे तक रहेगी. बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए थाली में कुमकुम, हल्दी, अक्षत, राखी के साथ कलश में पानी और आरती के लिए ज्योति रखें. इसके साथ ही भाई की पसंदीदा मिठाई को भी थाली में रखें.
जानिए शुभ मुहूर्त :
22 अगस्त 2021 को दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से शाम 04 बजकर 18 मिनट तक राखी बांधना सबसे शुभ रहेगा. हिंदू कैंलेडर के अनुसार 22 अगस्त 2021, रविवार को प्रात: 06 बजकर 15 मिनट से प्रात: 10 बजकर 34 मिनट तक शोभन योग रहेगा. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र शाम को करीब 07 बजकर 39 मिनट तक बना रहेगा. रक्षाबंधन के पर्व पर शुभ संयोग बना रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार दो विशेष शुभ मुहूर्त का योग इस वर्ष रक्षा बंधन पर बना हुआ है. श्रावण पूर्णिमा की तिथि पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का निर्माण हो रहा है. पूर्णिमा तिथि के समापन के साथ ही सावन का महीना भी समाप्त हो जाएगा. 23 अगस्त 2021 से भाद्रपद मास का आरंभ होगा ।
बहनों को भाइयों का साथ मुबारक
भाइयों को बहना का प्यार मुबारक
रहे ये सुख हमेशा आपकी जिंदगी में
सबको राखी का ये त्योहार मुबारक
रेशम की डोरी फूलों का हार
सावन में आया राखी का त्योहार,
बहन की खुशी में भाई की खुशी है
देखो दोनों में कितना है प्यार.
रक्षा-बंधन की शुभकामनाएं