
Jayanti :देश की पहली महिला शिक्षित ” सावित्री बाई फुले ” की जयंती की हार्दिक शुभकामनाये
महाराष्ट्र ( पुणे ) (पंजाब 365 न्यूज़) : महिला अधिकारों के लिए रूढ़िवादी परम्पराओं को तोड़कर आंदोलन खड़ा करने बाली सावित्रीबाई फुले का जन्म (3 जनवरी 1831) को हुआ था। सावित्री बाई फुले महाराष्ट्र के एक भारतीय समाज सुधारक, शिक्षाविद और कवि थे। उन्हें भारत की पहली महिला शिक्षक माना जाता है। अपने पति, ज्योतिराव फुले के साथ, उन्होंने भारत में महिलाओं के अधिकारों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सावित्रीबाई फुले भारत देश की पहली महान समाज सुधारक , पहली महिला शिक्षक , समाज सेविका , सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले की पत्नी की जयंती है। वह भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक है ।
सावित्रीबाई फुले ने साल 1848 में महाराष्ट्र के पुणे में देश के सबसे पहले बालिका स्कूल की स्थापना की थी। जब वह लड़किओं को पढ़ाने जाती थी तब लोग उन पर गंदगी और कीचड़ फेंकते थे। लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। सावित्रीबाई फुले अपने थैले में एक साडी लेकर चलती थी ताकि गंदी होने पर स्कूल में जाकर बदल सके।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन्होंने एक सेंटर की स्थापना की थी उन्होंने उस सेंटर का नाम ” बालहत्या प्रतिबंधक गृह ” रखा था।
जबरदस्त सामाजिक विरोध के बाबजूद उन्होंने विधवा विवाह , छूआछूत का विरोध , दलित , और महिलाओं की मुक्ति के लिए मिशन चलाया।
सावित्रीबाई फुले का विवाह (1840) में ज्योतिबा फुले से हुआ था।
1852 में उन्होंने अछूत बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।
10 march 1897 को प्लेग के कारण सावित्रीबाई फुले का निधन हो गया।
सावित्रीबाई फुले एक मराठी कवियत्री भी थी।