
mother’s, day, की सभी को हार्दिक शुभकामनाये :आज के दिन को बनाइये अपनी माँ का दिन खास
मौसम बदल जाते है
मंज़िले बदल जाती है
सुना है वक़्त आने पर लोग भी बदल जाते है
रिश्ते भी बदल जाते है
पर माँ बाप का प्यार कभी नहीं बदलता
MOTHERS DAY ( पंजाब 365 न्यूज़ ) : मदर यानी की माँ। माँ एक ऐसा शब्द है जिसको लेने से ही चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है। माँ के बिना घर घर नहीं रहता है। माँ ही पूरी दुनिया होती है। कहते है जिस घर में माँ नहीं होती वो घर घर ही नहीं होता है। माँ ही जन्नत है माँ में ही पूरी दुनिया है माँ ही भगवान है।
, मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस साल, हम 9 मई को मदर्स डे के लिए समारोह मनाएंगे। माताएं, सुंदर रचना, हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं। जीवन भर माँ का प्यार बिना शर्त के रहता है और वह मजबूत स्तंभ की तरह हमारी तरफ से खड़ी रहती है।
माताएँ ईश्वर का उपहार नहीं हैं, बल्कि वह ईश्वर हैं जो अपने बच्चों का पालन-पोषण करने और उन्हें एक बेहतर इंसान बनाने के लिए उतरे हैं। राजकुमारी डायना ने एक बार कहा था, “एक माँ की बाहें किसी और की तुलना में अधिक आरामदायक होती हैं।” खैर, यह सच है, माँ का आलिंगन अपने बच्चों के लिए दवा की तरह है, वह सभी झगड़ों को झेलती है और अपने बच्चों के साथ सभी झगड़ों में खड़ी रहती है। कोई भी अपने बच्चों के लिए किए गए बलिदानों के स्तर से मेल नहीं खा सकता है, चाहे वह आराम, सपने या अन्य चीजों के संदर्भ में हो। इसलिए इस योद्धा को सम्मानित करने के लिए, हम हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाते हैं। इस वर्ष शुभ दिन 9 मई 2021 को मनाया जा रहा है
माताएँ हमारे जीवन में परमेश्वर की संप्रभुता के पहले संकेतों में से एक हैं। माताएं हमें अपने आप में विश्वास और विश्वास रखना सिखाती हैं। माताओं को अनुभव से पता था कि बच्चों के संपूर्ण, मजबूत और खुद के स्वस्थ आकलन के साथ बढ़ने के लिए लोगों को खुद पर विश्वास करना कितना महत्वपूर्ण है।
मदर्स डे परिवार की माँ के साथ-साथ मातृत्व, मातृत्व बंधन और समाज में माताओं के प्रभाव का सम्मान करने वाला उत्सव है। यह दुनिया के कई हिस्सों में विभिन्न दिनों में मनाया जाता है, आमतौर पर मार्च या मई के महीनों में। यह परिवार के सदस्यों, जैसे फादर्स डे, भाई-बहन दिवस और दादा-दादी दिवस का सम्मान करने वाले समान समारोहों का अनुपालन करता है।
कहते है की प्यार ऐसी चीज है जिससे सिर्फ महसूस किया जा सकता है, इसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है. लेकिन, कभी-कभी अपनी भावना को व्यक्त करना सही रहता है. इससे आपका रिश्ता मजबूत होता है और मां और बच्चों को करीब लाता है. आपके मन जो भी भावनाएं सम्मान है उसे व्यक्त करने का एक भी मौका न छोड़ें. अगर आप इस मदर्स डे पर आप मां से दूर हैं तो कुछ खास तरीके अपना कर अपनी मां के लिए यह दिन यादगार बना सकते है.
हम मदर्स डे क्यों मनाते हैं?
मदर्स डे एक ऐसा अवसर है जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में माताओं के प्रति सम्मान, सम्मान और प्यार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन माताओं के योगदान को सम्मानित करने, मातृ बंधनों के प्रयासों और हमारे समाज में माताओं की भूमिका को स्वीकार करने की एक घटना है।
मदर्स डे एक छुट्टी है जो एक परिवार की माँ को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। यह अक्सर मातृत्व, मातृ संबंधों और समाज की माताओं की ताकत का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। पूरे विश्व में देश के कई हिस्सों में मदर्स डे मनाया जाता है। मई के महीने में ये दिन बहुत चाव से मनाते है।
कहते है अकेली माँ अपने बच्चों को परवरिश कर लेती है लेकिन एक अकेला बाप वो परवरिश अपने बच्चों को नहीं दे पाता है।
एक अकेली माँ ही कफी होती है एक बच्चे की जिंदगी को स्वर्ग बनाने के लिए।
माँ ही एक ऐसी होती है जो सबकी जगह ले सकती है लेकिन माँ की जगह कोई नहीं ले सकता। माँ जितना प्यार कोई भी नहीं कर सकता है ।
आजकल के वक़्त में देखा गया है लोग बहुत आधुनकि हो गए है वो अपना वक़्त अपने माँ बाप को नहीं दे पाते है सारा दिन बच्चे मोबाइल या लैपटॉप में लगे रहते है वो ये तक भूल जाते हैं की जिन्होंने हमे इस संसार में जन्म दिया ये संसार दिखाया उनके प्रति भी उनकी कुछ जिम्मेदारियाँ है।
लोग मंदिरों में जा कर भगवान ढूंढ़ते है और जो घर बैठे है माँ पिता उनको कभी चरण स्पर्श तक नहीं करते।
मेरा मनना है की जब तक घर बैठे माँ पिता हमसे खुश नहीं है तब तक मंदिरों वाले देवी देवता कैसे हम से प्रसन्न हो सकते है।
हमे पहले घर में बैठी माँ को प्रसन्न करना चाहिए तभी मंदिर में बैठी माँ भी प्रसन्न होगी। माँ के चरणों में ही जन्नत होती है।
माँ है तो सब कुछ है माँ नहीं तो कुछ भी नहीं।
कहते है की किसी बचे की किस्मत में कभी कोई दुःख नहीं होता अगर उसकी तक़दीर लिखने का हक़ उसकी माँ को होता।