
breaking news : ट्वीटर की आनाकानी पर सरकार हुई सख्त , ट्वीटर को कही साफ़ साफ़ ये बात
नई दिल्ली (पंजाब 365 न्यूज़ ) : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर को लेकर सरकार सख्त रवैया अपना रही है। खबर है की सरकार के आदेश का पालन न करने पर ट्वीटर के कुछ टॉप अधिकारियों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
सरकार ने ट्वीटर से ” भड़काऊ सामग्री “” बाले एकाउंट्स को सेंसर करने की मांग की थी। सरकार ने साफ़ कर दिया है की ऐसे एकाउंट्स की करवाई पर किसी भी तरह का समझौता नहीं हो सकता। केंद्र सरकार ने माइक्रोब्लॉगिंग सोशल साइट ट्वीटर को पाकिस्तानी और खालिस्तानी लिंक वाले 1,178, एकाउंट्स हटाने के निर्देश दिए हैं। सरकार का कहना है की इनके जरिये किसान आंदोलन से जुड़े गलत और भड़काने वाले कंटेंट को फ़ैलाया जा रहा है सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए 257,एकाउंट्स तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं।
सरकार का कहना है की ट्वीटर आदेश का पालन सख्ती से नहीं कर रहा है बल्कि आधे अधूरे मन से कर रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ट्वीटर को सुचना प्रधौगिकी अधिनियम के तहत गठित कमेटी की तरफ से निर्देश दिए गए है , जिसका पालन 48, घंटे में हो जाना चाहिए था।
आपको बता दे की ट्वीटर इस मामले को अदालत में जाने का विचार कर रही है । कम्पनी ने इसके लिए अभिव्यक्ति की आज़ादी का हवाला दिया है। कम्पनी ने भी आंशिक रूप से आदेश मानते हुए सरकार की तरफ से बताये गई लगभग आधे एकाउंट्स बंद कर दिए है।
ट्वीटर :
आपको बता दे की ट्विटर एक अमेरिकी माइक्रोब्लॉगिंग और सोशल नेटवर्किंग सेवा है, जिस पर उपयोगकर्ता “ट्वीट्स” के रूप में जाने जाने वाले संदेशों के साथ पोस्ट और बातचीत करते हैं। पंजीकृत उपयोगकर्ता ट्वीट्स को पोस्ट, लाइक और रीट्वीट कर सकते हैं, लेकिन अपंजीकृत उपयोगकर्ता केवल उन्हें पढ़ सकते हैं।
ट्विटर मार्च 2006 में जैक डोर्सी, नोआ ग्लास, बिज़ स्टोन और इवान विलियम्स द्वारा बनाया गया था और उसी वर्ष जुलाई में लॉन्च किया गया था। 2012 तक, 100 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं ने एक दिन में 340 मिलियन ट्वीट्स पोस्ट किए थे।
2013 में, यह दस सबसे अधिक देखी जाने वाली वेबसाइटों में से एक थी और इसे “इंटरनेट का SMS” के रूप में वर्णित किया गया है।
2019 तक, ट्विटर के पास 330 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता थे। ट्विटर कुछ-कुछ माइक्रोब्लॉगिंग सेवा भी है।
2020 में ट्विटर ने कुछ हद तक नाटकीय वृद्धि देखी, संभवतः COVID-19 महामारी के कारण। महामारी के दौरान, ट्विटर ने महामारी से संबंधित गलत सूचना के लिए मंच का एक बढ़ा उपयोग देखा। मार्च 2020 में ट्विटर ने घोषणा की कि वह उन ट्वीट्स को चिन्हित करना शुरू कर देगा जिनमें भ्रामक जानकारी हो सकती है, कुछ मामलों में यह तथ्य-जाँच की जानकारी के पृष्ठों के लिंक प्रदान करेगा।