
किसानो का बड़ा एलान कल पूरी दिल्ली में होंगे ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर, किसानो का ट्रैक्टर मार्च आज
New delhi (पंजाब 365 न्यूज़) : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन (43वे ) दिन में प्रवेश कर चूका है। दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर किसान डेरा डाले हुए है। कृषि कानूनों का कोइ हल न निकलने से अब किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।

आज किसान ईस्टन और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। आज सुबह (11) बजे गाज़ीपुर से किसान नेशनल हाइवे (24) से होकर डासना से पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से पलवल जायेंगे। और पलवल से भी सुबह (11) बजे गाज़ीपुर के लिए किसान निकलेंगे रस्ते में यहां मुलाकातें होंगी , वहीं पर किसानों की सभाये होंगी। किसान आज सुबह (11) बजे दिल्ली के सिंधु बॉर्डर , टिकरी बॉर्डर , गाज़ीपुर बॉर्डर और हरयाणा – राजस्थान सीमा के शाहजहांपुर से कुंडली मानेसर -पलवल एक्सप्रेसवे के लिए ट्रैक्टर रैली आयोजित की है। इसके बाद किसान वापिस अपने मोर्चे पर आ जायेंगे।

किसानों का कहना है की सरकार ने मांगे नहीं मानी तो (26) जनवरी को भी ट्रैक्टर परेड होगी। आज का मार्च उसी का ट्रेलर होगा। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गाँव से (10) महिलाओं को (26) जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है।
यही अपील (up) के किसानों ने की है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च की अगुवाई महिलाएं ही करेगी। हरयाणा की करीब (250) महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही है।

(8) जनवरी को है अगली बात
किसानो और सरकार के बीच चार जनवरी की बात बेनतीज़ा रही थी। और अगली तारीख आठ जनवरी तय हुए थी। अगली मीटिंग में कृषि कानूनों को वापिस लेने और (msp) पर अलग कानून बनाने पर बातचीत होगी। ये 9वे दौर की बैठक होगी। इस से पहले सिर्फ 7वे दौर की बैठक में किसानों की सिर्फ दो मांगो पर सहमति बन पाई थी । बाकी सभी बैठकें बेनतीजा रही थी।
सुप्रीम कोर्ट में (11) जनवरी को सुनवाई होगी :

कृषि कानून रद्द करने की अर्ज़ी पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सोलिसिटर जरनल तुषार मेहता और अटॉनी जनरल क क बेणुगोपाल से कहा की स्थिति में कोई सुधर नहीं है। साथ ही कहा की किसानों की हालत हम समझते हैं। उधर पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है।