
world Emoji Day : जानिए इमोजी से जुडी कुछ अनसुनी बाते
world Emoji Day ( पंजाब 365 न्यूज़ ) : आज के ज़माने में कोई ही ऐसा व्यक्ति होगा जिसने मोबाइल का इस्तेमाल करते वक़्त इमोजी का इस्तेमाल न किआ हो। आजकल हर कोई अपनी बात कहने के लिए भी इमोजी का सहारा लेता है। जब भी लोगो के पास शब्द कम पड़ जाते हैं तब लोग इमोजी के सहारे अपनी बात बताते है। अब इमोजी, इमोशंस को शब्दों के बगैर एक छोटी सी डिजिटल इमेज के जरिए दर्शाने का एक बेहतरीन तरीका बन गया है।
चैटिंग के दौरान लंबे-लबे मैसेज लिखने के बजाय अब इमोजी भेजकर अपनी भावनाएं शॉर्ट में व्यक्त की जा सकती हैं। वर्तमान में इमोजी को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर रोज 6 अरब से भी ज्यादा बार प्रयोग किया जाता है। आजकल लोगो को बात करने के लिए शब्द कम पड़ जाते है लेकिन इमोजी नहीं।
कैसे हुई इसकी शुरुआत:
वर्ल्ड इमोजी डे इमोजीपीडिया के फाउंडर जेरेमी बर्ज ने 2014 में शुरू किया था। तब से लेकर अब तक हर साल 17 जुलाई को ‘वर्ल्ड इमोजी डे’ के तौर पर मनाया जाता है। इमोजी का इस्तेमाल सबसे पहले 1990 के दौरान शुरू हुआ, जब 17 जुलाई 2002 के दिन एप्पल ने अपने कैलेंडर ऐप के लिए इमोजी का इस्तेमाल किया था। ईमोजीपीडिया ने इसी कारण से 17 जुलाई का चुनाव वर्ल्ड इमोजी डे के तौर पर किया है। साल 2012-2013 में इमोजी का प्रयोग इतना पॉपुलर हुआ कि अगस्त 2013 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में भी इमोजी शब्द को जोड़ दिया गया।
इस समय दुनिया में 3500 से अधिक इमोजी यूनिकोड स्टैंडर्ड में उपलब्ध हैं। ‘फेस विद टीयर्स ऑफ जॉय’ विश्व की सबसे लोकप्रिय इमोजी है, जिसे सिर्फ ट्विटर पर ही 2 बिलियन से ज्यादा बार यूज किया जा चुका है। इमोजी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इंटरनेट पर तमाम ऐसे ऐप्स की भरमार है जो इमोजी सेटेंस मेकर और ट्रांसलेटर का काम करते हैं। कुछ भी कहना हो, कोई भी भाव हो, ये ऐप्स तुरंत डिजिटल दुनिया की इस नई भाषा में ट्रांसलेट कर देते हैं।
कोई अगर पूछे कि नए दौर की ग्लोबल भाषा क्या है? अंग्रेजी बोलने वालों की सबसे बड़ी आबादी वाले देश भारत में ज्यादातर लोग शायद अंग्रेजी को यह तमगा दे दें। लेकिन यह सच नहीं है। दरअसल, न्यू मिलेनियल्स की ग्लोबल लैंग्वेज तो इमोजी है। इसमें अक्षर तो नहीं, लेकिन पिक्चर है। भाव है। भावना है। गैर बराबरी के खिलाफ आवाज है। इंटरनेट पर सवार इस भाषा की कोई सरहद और नस्ल भी नहीं। ब्रिटेन के बांगोर विश्वविद्यालय में भाषा विज्ञान के प्रोफेसर व्यव इवांस का दावा है कि इमोजी इंसानी इतिहास में दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली भाषा है।
कुल 176 आइकॉन से शुरू हुई यह भाषा आज 3,353 इमोजी तक पहुंच चुकी है। उनका कहना है कि दृष्य भाषा यानी विजुअल लैंग्वेज के रूप में इमोजी पहले ही प्राचीन मिस्र की चित्रलिपि (Egyptian hieroglyphics) को काफी पीछे छोड़ चुकी है, जिसे विकसित होने में पांच सदी से ज्यादा का समय लगा था। आज इमोजी न केवल दुनिया में रिश्तों को मजबूत कर रही है, बल्कि नस्लीय और सियासी गैर बराबरी के खिलाफ लड़ाई का जरिया भी बनी चुकी है। ये बिना किसी आवाज के हम पर इतना गहरा असर डाल रही है कि मनोविज्ञानिकों को उसके निशान हमारे मस्तिष्क में मिल रहे हैं।
ऑनलाइन रहने वाले करीब 92 प्रतिशत लोग इमोजी का इस्तेमाल करते हैं और सबसे कमाल की बात ये हैं कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग, गांव से लेकर शहर तक हर शख्स इमोजी का दिल खोलकर इस्तेमाल कर रहा है।