
अफगानिस्तान पर तालिबान का हुआ कब्ज़ा , जानिए कब और कैसे क्या कहा उनके राष्ट्रपति ने ?
अफगानिस्तान (पंजाब 365 न्यूज़ ) : तालिवान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरफ से कब्ज़ा कर लिया है। जिसके कारण अफगानिस्तान के लोग डरे हुए है। इस बीच अमेरिकी न्यूज़ चैनल CNN में दावा किया गया है कि चीन तालिबान को वैध शासक के रूप में मान्यता दे सकता है। सूत्रों का हवाला देते हुए अमेरिकी प्रकाशन के मुताबिक, अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर नजर रख रहे नए चीनी सैन्य और खुफिया आकलन ने उन्हें आतंकवादी समूह के साथ अपने संबंधों को औपचारिक रूप देने के लिए प्रेरित किया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने रविवार को देश छोड़ दिया। इसके बाद तालिबान ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। अब गनी ने देश के नागरिकों के नाम संदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने देश छोड़ने की वजह बताई है। यह भी बताया कि उन्हें आगे क्या संभावनाएं नजर आती हैं।
राष्ट्रपति की चिठ्ठी देश के नाम
प्यारे देशवासियों
आज मेरे सामने एक मुश्किल चुनाव था; मैं तालिबान का सामना करने के लिए खड़ा रहूं, जो हथियारों से लैस हैं और राष्ट्रपति भवन में घुसना चाहते हैं या उस देश को छोड़कर चला जाऊं जिसकी रक्षा करने में मैंने अपने 20 साल दिए हैं। अगर मैं तालिबान से लड़ने का विकल्प चुनता तो, कई नागरिक शहीद होते और काबुल हमारी आंखों के सामने तबाह होता। इस 60 लाख की आबादी वाले शहर में बड़ी मानवीय त्रासदी देखनी पड़ती।
तालिबान ने ठान लिया है कि मुझे रास्ते से हटाना है। वे यहां काबुल और काबुल के लोगों पर हमला करने आए हैं। इस खून-खराबे को रोकने के लिए यही बेहतर था कि मैं यहां से चला जाऊं। तालिबान तलवारों और बंदूकों के साथ यह युद्ध जीत गए हैं और अब लोगों की इज्जत, दौलत और खुद्दारी की रक्षा करने की जिम्मेदारी तालिबान की है।
तालिबान ने लोगों का दिल नहीं जीता है। इतिहास में कभी सिर्फ ताकत के दम पर किसी को नहीं स्वीकारा गया है, न कभी स्वीकारा जाएगा। अब तालिबान के सामने बड़ा इम्तिहान है। या तो वे अफगानिस्तान के लोगों के नाम और सम्मान की रक्षा करेंगे या फिर दूसरी जगहों और अपने विस्तार पर ध्यान देंगे।
कई लोग सहमे हुए हैं और तालिबानी भरोसे के लायक नहीं हैं। यह जरूरी है कि वे देश की अवाम, अलग-अलग महकमों, बहनों और औरतों को यकीन दिलाएं कि उनका दिल जीतेंगे। आने वाले वक्त का एक प्लान बनाएं और उसे लोगों के साथ बांटें। मैं हमेशा अपने लोगों की खिदमत करता रहूंगा।
आगे के लिए और भी बातें हैं।
अफगानिस्तान जिंदाबाद
आपको बता दे की फगानिस्तान (Afghanistan) में फिर से तालिबानी शासन लौट आया है। तालिबान ने रविवार को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति भवन अपने कब्जे में ले लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी और उप-राष्ट्रपति अमीरुल्लाह सालेह देश छोड़कर भाग चुके हैं। हालात बिगड़ने की वजह से लोग यहां से पलायन कर रहे हैं। देश छोड़ने का एकमात्र रास्ता काबुल एयरपोर्ट बचा है। जान बचाने के लिए लोग बिना लगेज के ही भाग रहे हैं।