
माँ-बाप पाकिस्तानी बेटी भारती जानिए क्यों ?
अमृतसर (पंजाब 365 न्यूज़ ) : कहते है जिसका जन्म यहां होना हो वहीँ ही होता है कोई कुछ कर नहीं सकता सब विधि का विधान होता है। ऐसा ही कुछ पाकिस्तानी दम्पति के साथ हु जो इंडिया हरिद्वार घूमने के लिए आये थे लेकिन करोनकाल में यही फस गए।और करोनकाल में ही उन्हने एक बेटी को जन्म दिए। वो भी भारत में जिसकी वजह से ुका नाम भारती रखा गया। पाक के सिंध प्रांत के रहने वाले भोजा जी और उनकी बीबी छम्मो बाई के 2 बच्चे उनके अपने मुल्क में पैदा हुए हैं। मगर तीसरी बेटी भारत में पैदा हुई है। यह परिवार उसे गंगा मैया का प्रसाद समझता है, क्योंकि हरिद्वार दर्शनों के बाद वह जन्मी है। परिवार ने उसका नाम भी भारती रखा है। भोजा जी का परिवार एक हफ्ते से अमृतसर में फंसे 51 पाक नागरिकों में शामिल है, जिसे वतन वापसी का इंतजार है। भोजा जी बताते हैं कि वह साल 2020 की शुरुआत में हरिद्वार तीर्थ करने आए थे।
दर्शन के बाद जोधपुर में रहने वाले अपने कुछ पहचान वालों से मिलने चले गए। मगर इसके बाद कोरोनाकाल शुरू हुआ और लॉकडाउन लग गया। परिवार पालने के लिए मजबूरन पत्थरों के कारखाने में काम करना पड़ा। टैम्परेरी झुग्गी बनाकर दोनों काम करते रहे। इसी बीच 16 मई को बेटी पैदा हुई और इसी बीच वीजा खत्म हो गया। दुर्ग्याणा तीर्थ की सराय में ठहरे भोजा जी के परिवार के साथ और भी पाक नागरिक ठहरे हुए हैं। यह अलग-अलग समय पर भारत आए और सभी के वीजे खत्म हो गए।
भोजा जी का कहना है कि उन लोगों के पास एक्सपायर्ड ही सही वीजा तो है, पर बेटी के पास नहीं है, इसलिए उनको उसकी सबसे अधिक चिंता है। हालांकि भारती को वापस ले जाने बारे ऐसे मामलों की पैरवी कर चुकी एडवोकेट नवजोत कौर चब्बा का कहना है कि ऐसे बच्चों को पुलिस प्रशासन की तरफ से टैंपरेरी वीजा देने का विधान है और वह उसे दिलाने में मदद करेंगी।
अब परिवार को इंतेज़ार है तो अपनी वतन वापसी का यहां जाकर वो फिर से अपनी दुनिया शुरू कर सके। और अपनी बेटी भारती को उसका मुल्क दिखा सके।