
कत्ल केस में 20 साल की सजा पा चुका आरोपी जमानत पर आ चला रहा था नशा तस्करी का नैटवर्क,पुलिस ने सभी को धर दवोचा
जगराओं,(बेरी-दिनेश) : पत्नी व बहन संग मिलकर पंजाब भर में नशा तस्करी का बडा नैटवर्क चलाने वालें कपूरथला निवासी बलविन्द्र सिंह को देहात पुलिस नें चार किलो हैरोईन व 37 लाख की ड्रग मनी के साथ गिरप्तार किया है। बेशक बीते कल सोमवार को उक्त तीनो आरोपीयो की गिरप्तारी गांव टूसा से जोधा के रास्ते पर एक सडक हादसे दौरान हुई परन्तु मंगलवार को पुलिस लाईन में रखी गई प्रैस वार्ता में एसएसपी देहात चरनजीत सिंह सोहल नें गांव खंडूर के पास नाकाबंदी दौरान एक्टिवा की ली गई तलाशी में उक्त रिकवरी दिखाई गई।
SSP देहात चरनजीत सिंह सोहल नें बताया कि CIA स्टाफ की पुलिस पार्टी की और से लगाए गए नाके दौरान एक्टिवा सवार को रोक कर जब उनकी तलाशी ली गई उनके पास से तीन किलो हैरोईन व एक्टिवा के आगे पडे बैग से 37 लाख की ड्रग मनी मिली। उन्होने बताया कि एक्टिवा चला रहे आरोपी की पहचान बलविन्द्र सिंह पुत्र कुंदन सिंह के तौर पर हुई जबकि उसके साथ एक्टिवा पर उसकी पत्नी नीलम व बहन हरप्रीत कौर पत्नी सुखदयाल सिंह निवासी महिताबगढ मुहल्ला गांधी वाला कपूरथला भी बैठी थी।

फोटो:-प्रैस वार्ता दौरान मीडीया को जानकारी देते हुए एसएसपी चरनजीत सिंह सोहल
पुलिस नें तीनो के खिलाफ ही थाना जोधा में एनडीपीएस एक्ट के तहित मामला दर्ज कर CIA स्टाफ में आरोपीयो से पूछताछ शुरु कर दी है। शुरुआती दौर की पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह के मुखी बलविन्द्र सिंह का सारा परिवार ही नशा तस्करी के धंधे में शामिल है।खुद बलविन्द्र सिंह पर भी पहले एनडीपीएस एक्ट व कत्ल का मामला दर्ज है।कत्ल के मामले में तो बलविन्द्र सिंह को 20 वर्ष की सजा भी सुनाई जा चुकी है और वो इस केस में जमानत पर बाहर आकर दुबारा से नशा तस्करी का धंधा करने लगा।
इस तरह से गिरप्त में आए आरोपी–कपूरथला छोड गांव खंडूर में एक डाक्टर के गांव के बाहर पडते घर में दो महीने पहले ही उक्त तीनो आरोपी रहने आए थें और बकायदा मकान किराए पर लिया गया था।बीते कल सोमवार को आरोपी बलविन्द्र सिंह अपनी पत्नी नीलम के साथ गांव खंडूर में एक्टिवा पर जा रहा था कि उसकी एक्टिवा एक बुर्जग महिला से टकराई और टक्कर दौरान बुर्जग महिला की टांग टूट गई।
हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर बलविन्द्र सिंह की बहन हरप्रीत कौर भी पहुंची और उसनें पहले तो मौके पर आकर भाई बलविन्द्र सिंह को पीटने का नाटक किया और बाद में एक्टिवा के आगे पडा बैग लेकर जाने लगी।इस दौरान गांव के लोगो की और से जिन्हे पहले से इन तीनो पर शक था उस समय मौके पर इकट्ठा हुई भीड़ में शामिल गांव के पंच जसवीर सिंह नें बैग की तलाशी ली तो उसमें से 24 लाख की नगदी मिली।
पंच जसवीर सिंह की और से तुंरत इसकी सूचना पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिन्द्र सिंह के ओएसडी कैप्टन संदीप संधू को फोन पर दी गई और कैप्टन संधू की तरफ से तुंरत एसएसपी चरनजीत सिंह सोहल को फोन पर जांच के लिए कहा गया।एसएसपी के कहने पर मौके पर पहंले एसपीडी बलविन्द्र सिंह पहुंचे और उन्होने पुलिस टीम सहित उक्त आरोपीयो के घर की तलाशी लेने की मुहिम छेडी।पुलिस की और से घर की तलाशी लेने पर घर से 13 लाख की नगदी व 4 किलो हैरोईन मिली जिसके बाद तीनो को तुंरत गिरप्तार करके सीआईए स्टाफ पूछताछ के लिए लाया गया।पुलिस की और से चाहे घर के मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था पंरतु उसका कोई कसूर सामने नही आने के बाद उसे छोड दिया गया।