
गिरफ्तार हुए कालीचरण : महात्मा गाँधी पर की थी अभद्र टिप्पणी
नई दिल्ली ( पंजाब 365 न्यूज़ ) : राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण आज गिरफ्तार कर लिए गए। छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानित करने वाले कथित भड़काऊ भाषण के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो से कालीचरण महाराज को गिरफ्तार किया। लेकिन गिरफ्तारी से पहले कालीचरण ने एक वीडियो जारी किया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद कालीचरण ने वीडियो जारी कर कहा था कि ऐसी FIR से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं गांधी का विरोधी हूं और गांधी से नफरत करता हूं। इसके लिए अगर फांसी की सजा भी सुनाई जाएगी तो स्वीकार है।
जब पुलिस को देख कर अकड़ने लगे थे कालीचरण :
पुलिस जब बागेश्वर स्थित लॉज में पहुंची तो कालीचरण यहां अपने 4 चेलों के साथ आराम फरमा रहा था। अचानक पुलिस को देख कालीचरण ने बहसबाजी शुरू कर दी। रायपुर पुलिस के अफसरों ने कहा- चलना तो पड़ेगा, विरोध करने का कोई फायदा नहीं है।
उनके खिलाफ रायपुर के टिकरापारा थाने में मामला दर्ज है। इससे पहले उसे फरार बताया जा रहा था। कालीचरण महाराज के खिलाफ रायपुर के दो थानों में केस दर्ज है। इसके बाद से ही पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। रायपुर के एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि रायपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि वे खजुराहो के एक होटल में हैं। उन्होंने अपने सभी मोबाइल बंद कर रखे थे। सुबह 4:00 बजे पुलिस होटल में पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अब सड़क मार्ग से कालीचरण महाराज को रायपुर लाया जा रहा है। शाम 5 बजे तक पुलिस रायपुर पहुंच सकती है, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
किसको हुई आपत्ति :
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति जताई है। हालांकि जवाब में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसे नियमों के तहत एक्शन करार दिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कालीचरण के परिवार और वकील को उसकी गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई। उसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कब आये कालीचरण चर्चा में :
कालीचरण महाराज उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्मसंसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ कई अपशब्दों का प्रयोग करते हुए नाथूराम गोडसे द्वारा बापू की हत्या को सही ठहरा दिया। इसके बाद देश भर में इसकी गिरफ्तारी की मांग हुई, रविवार देर रात को रायपुर के टिकरापारा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने वाले बयान देना) और 294 के तहत मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद फिर उसने एक वीडियो जारी कर कहा कि हम माफी नहीं मांगेंगे। इसके बाद पुलिस की बढ़ती दबिश को देखते हुए वह बुधवार को छत्तीसगढ़ से फरार हो गया। इसके बाद महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने तलाशी अभियान और तेज कर दी। लेकिन काफी मशक्कत के बाद गुरुवार सुबह मध्यप्रदेश के खजुराहो से 25 किमी दूर बागेश्वर धाम के पास किराए के मकान से उसे गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर की धर्मसंसद में कहे थे महात्मा गांधी को अपशब्द:
इससे पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे ने बापू की हत्या कर सही कदम उठाया था। कालीचरण दास ने कहा कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था। उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या कर दी… इसके बाद लोगों ने तालियां भी बजाईं।