
गुरदास मान को मिली अग्रिम जमानत: नकोदर मेले में धार्मिक भावनाएं आहत करने का है आरोप
चंडीगढ़ ( पंजाब 365 न्यूज़ ) : नकोदर मेले में गुरदास मान पर धर्मिक भावनाये आहात करने के आरोप लगे थे। गुरदास मान के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहात करने के मामले में 26 अगस्त को नकोदर में एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसको लेकर गुरदास मान ने जालंधर की सेशन कोर्ट में पहले अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। इसे खारिज करते हुए सेशन कोर्ट ने कहा था कि मान को जमानत देने से पंजाब का माहौल खराब हो सकता है। उनकी टिप्पणी से सिख कम्यूनिटी में नाराजगी और बढ़ सकती है। मान ने साईं लाडी शाह को गुरु अमरदास जी का वंश बताने के लिए भल्ला गोत्र का तर्क दिया था, लेकिन कोर्ट ने कहा कि किसी की जाति एक समान तो उसे वारिस नहीं कह सकते। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर गुरदास मान ने माफी मांगी तो इसका मतलब उन्होंने मान लिया कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी की है। कोर्ट ने यह भी कहा था कि मान ने यह बात अज्ञानता वश कही, इस स्टेज पर कोर्ट इसके बारे में कुछ नहीं कह सकती।
जानिए क्यों भड़के थे सिख संगठन :
गुरदास मान ने नकोदर में डेरा बाबा मुराद शाह मेले में स्टेज से कहा था कि साईं लाडी शाह सिखों के तीसरे गुरु श्री गुरु अमरदास जी के वंश हैं। इसका वीडियो वायरल हुआ तो सिख संगठन भड़क उठे। उन्होंने 3 दिन तक नकोदर पुलिस थाना और जालंधर रूरल पुलिस के एसएसपी ऑफिस में धरना दिया। केस दर्ज न हुआ तो सिख संगठनों ने हाईवे जाम कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मान पर केस दर्ज कर लिया। हालांकि विवाद होने पर मान ने वीडियो जारी करके माफी भी मांग ली थी। इसके बावजूद सिख संगठनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
मिल गयी अग्रिम जमानत :
गुरदास मान ने नकोदर में डेरा बाबा मुराद शाह मेले में स्टेज से कहा था कि साईं लाडी शाह सिखों के तीसरे गुरु श्री गुरु अमरदास जी के वंश हैं। इसका वीडियो वायरल हुआ तो सिख संगठन भड़क उठे। उन्होंने 3 दिन तक नकोदर पुलिस थाना और जालंधर रूरल पुलिस के एसएसपी ऑफिस में धरना दिया। केस दर्ज न हुआ तो सिख संगठनों ने हाईवे जाम कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मान पर केस दर्ज कर लिया। हालांकि विवाद होने पर मान ने वीडियो जारी करके माफी भी मांग ली थी। इसके बावजूद सिख संगठनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।