
crime :38 वर्षीय तलाकशुदा महिला से विदेश भेजने के नाम पर गैंगरेप,नशीला पदार्थ देकर किया गया बेसुध
जगराओ,(दिनेश शर्मा) : पटियाला की रहने वाली 38 वर्षीय तलाकशुदा महिला से जगराओं के मुहल्ला आत्मनगर में गैंगरेप की शिकायत सिटी पुलिस को मिली है।पुलिस की और से चाहे शुक्रवार की सुबह पीडीत महिला को कई घंटे थाने बिठाने के बाद भी कोई कारवाई नही की गई हो पंरतु हयुमन राईटस आर्गेनाईजेशन के सदस्यो की और से दुपहिर के बाद पीडीत महिला का स्थानीय सिविल अस्पताल से मैडीकल करवाया गया है।मैडीकल होने के बाद ही बस स्टैंड की चौंकी इचार्ज की और से महिला के ब्यान दर्ज किए गए है।
देर शाम एसएचओ सिटी गगनप्रीत सिंह नें फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि महिला के ब्यानो पर दोनो आरोपीयो पर मामला दर्ज कर लिया गया है जबकि चौंकी बस स्टैंड की इचार्ज नें बार बार फोन करने पर भी फोन उठाना जरुरी नही समझा।इस संबधी सिविल अस्पताल में पहुंची पीडीत महिला नेें जानकारी देते हुए बताया कि उसनें नर्सिग का र्कोस किया हुआ है जिसके बाद उसकी एक महिला मित्र नें उसकी पहुचान आत्म नगर में रहने वाले एनआरआई बुर्जग से विदेश भेजने के लिए करवाई थी।
एनआरआई नें वीरवार को उसे सारे सर्टिफिकेट लेकर आने के लिए घर बुलाया था और देर शाम छे बजे तक विदेश में ऐडवोकेट से बात करने का बहाना लगाकर बिठाए रखा।इसके बाद उसें कोल्डड्रिक में कुछ नशीला पदार्थ देकर बेसुध किया गया जिसके बाद एनआरआई बुर्जग व्यकित व उसके एक दोस्त की और से सारी रात बारी बारी उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया।महिला के मुताबकि वो सुबह किसी तरह उनके चगुंल से छूटकर बाहर आई और थाना सिटी जाकर पुलिस को घटना की सारी जानकारी दी।
यूनिर्वसल हयुमन राईटस के सदस्यो नें करवाया मैडीकल–इस संबधी पीडीत की मदद को पहुंची यूनिर्वसल हयुमन राईटस आर्गेनाईजेशन की सचिव कोमल शर्मा नें बताया कि पुलिस की और से महिला की हालत खराब होने के बावजूद भी उसे कई घंटे तक थाने में बिना कारवाई के बिठाए रखा जो सुप्रीम र्कोट की गाईडलाईन्स के विपरीत है।शर्मा का कहना है कि उन्होने खुद सिविल अस्पताल पहुंचकर संस्था के सदस्यो के साथ पीडीत महिला का मैडीकल करवाया है जिसके बाद पुलिस नें महिला के ब्यान दर्ज किए है।
सचिव कोमल शर्मा का कहना है कि पुलिस जानबूझ कर मामले को लटका रही है जबकि दोनो आरोपीयो को पुलिस नें सुबह से थाने में बिठाकर रखा हुआ है।उन्होने कहा कि पुलिस को अगर जांच ही करनी है तो पहले मामले में एफआईआर दर्ज करनी चाहिए जिसके बाद ही सारी जांच करनी चाहिए।