
अमेरिका में 67 साल में पहली बार किसी महिला को दिया गया मृत्युदंड , बजह है हैरान करने बाली
वाशिंगटन (पंजाब 365 न्यूज़) : अगर आपको कोई बताये की एक औरत ने ही दूसरी गर्भवती औरत को मौत के घात उतार दिया तो कैसा लगेगा सुन ने में। ऐसा ही एक डरावना मामला अमेरिका में सामने आया था , (67) साल पहले एक औरत ने एक गर्भवती औरत का पेट चाकू से काटकर उसके बच्चे को अपने आठ महीने के बच्चे को अपने कब्ज़े में ले लिया था।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हत्या की दोषी लिज़ा मोंटगोमेरी की मौत की सजा पर रोक लगाने वाले एक आदेश को पलट दिया। जिसके बाद सात दशक में पहली बार किसी दोषी महिला को मौत की सज़ा हो गयी। मोंटगोरी ने एक एक ऐसा अपराध किया था जिसकी सजा मौत से भी बदतर होनी चाहिए थी।
बुधवार रात इस फैसले की कॉपी मिलने के बाद फेडरल ब्यूरो ऑफ़ प्रीज़न लिज़ा मोनगोमेरी की फांसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकेगा। आठवीं US सर्किट कोर्ट ऑफ अपील द्वारा लगाई गयी रोक को स्थायी रूप से रोक दिया गया है।
(1953) के बाद पहली बार अमेरिका में किसी महिला को मृत्युदंड दिया गया है। इस से पहले अमेरिकी सरकार ने (18) दिसम्बर (1953) को बानी ब्राउन हेडी को मिसूरी में (6) साल के बच्चे के अपहरण और उसके कत्ल के जुर्म में फांसी की सज़ा दी गयी थी।
लिज़ा ने सोलह साल पहले एक गर्भवती महिला की गला घोंट कर हत्या करने के बाद उस गर्भवती महिला का चाकू के साथ पेट चीरकर आठ महीने का उसका बच्चा अपने कब्ज़े में ले लिया था।
आपको बता दे की मोनगोमेरी को टेक्सा के कारसवेल में एक फेडरल मेडिकल सेण्टर में रखा जा रहा है। ये जेल उन कैदियों के लिए होती है जो मानसिक रूप से बीमार होते हैं।
अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने दोषी लिज़ा मोंटोमेरी की मौत की सज़ा पर रोक से संबंधित याचिका को खारिज कर दिया है।