
पुलिस से बेखौफ : ससुराल के खिलाफ बहु ने की शिकायत तो गाँव वालों ने ASI को बुरी तरफ पीटा
लुधियाना (पंजाब 365 न्यूज़) : लोग अपनी सहायता के लिए पुलिस को बुलाते है लेकिन जब उसी पुलिस पर लोग उल्टा हमला कर दे तो। यहां पुलिस को ही अपनी जान के लाले पड़ जाये। जी हैं ऐसा ही एक मामला लुधियाना में देखने को मिला यहां गाँव वालों ने पुलिस अधिकारी की सरकारी वर्दी तक फाड़ दी और पिस्तौल भी छीन ली। लुधियाना में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे देखकर लगेगा कि लोगों में पुलिस का डर खत्म हो चुका है। जिले के एक गांव में महिला की मदद के लिए गए पुलिस चौकी के इंचार्ज थानेदार को विरोधी पक्ष ने न सिर्फ पीटा, बल्कि उसकी सरकारी पिस्टल भी छीन ली। हमलावर उसे मार देना चाहते थे और उसके शव को गली में टांगना चाहते थे, मगर सिपाही की होशियारी से और महिलाओं के बीच में पड़ने से उनकी जान बची है। पुलिस ने इस मामले में पांच महिलाओं समेत 16 लोगों को नामजद किया है और दो महिलाओं समेत पांच को गिरफ्तार कर थाने में बंद किया है। पुलिस बाकी आरोपियोंं की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार गोबिंदगढ़ की निवासी महिला अमनदीप कौर ने पुलिस को 112 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की थी। जिसके बाद चौकी इंचार्ज जलालदीवाल एएसआई गुरसेवक सिंह, सिपाही हरमिंदर सिंह के साथ गांव गोबिंदगढ़ पहुंचे ते अमनदीप कौर उसका बुजुर्ग पिता सड़क पर खड़े थे। जिसने बताया कि उसके ससुराली उसका बालिग बेटा छीनकर चाचे ससुर हरबंस सिंह के घर ले गए हैं। जब वह हरबंस सिंह के घर पहुंचे और पूछताछ की तो वहां मौजूद लोग उनसे ही उलझने लगे। बात इतनी बड़ी कि हमलावरों ने उनसे हाथापाई की और जमीन पर लेटाकर पीटा। इसके बाद वह घसीटते हुए उन्हें घर के अंदर ले गए और वहां पर उनके साथ मारपीट ही नहीं की बल्कि सरकारी पिस्टल भी छीन ली।
.एसआई प्यारा सिंह ने बताया कि पुलिस चौकी जलालदीवाल के इंचार्ज एएसआई गुरसेवक सिंह को 21 जुलाई की शाम कंट्रोल रूम पर से फोन आया कि अमनदीप कौर ने पुलिस हेल्पलाइन 112 नंबर पर शिकायत की है कि ससुराल परिवार उसे परेशान कर रहा है। जांच के लिए वह अन्य पुलिस मुलाजिमों के साथ मौके पर गया तो रात करीब 9.45 बजे अमनदीप कौर और उसका बुजुर्ग पिता घर के गेट पर खड़े थे। तभी आरोपियों ने हमला कर दिया।
एएसआई गुरसेवक सिंह ने बताया कि हमलावरों ने अपने हाथों में लाठियां पकड़ी हुई थीं और कह रहे थे कि थाणेदार नू मारके गली विच्च टंगणा है और वह उन्हें मार देने की नीयत से उनकी तरफ बड़े तो वहां मौजूद महिलाओं ने रोकते हुए कहा कि अगर से मर गए तो हमारा पीछा नहीं छूटेगा तब भी वह लोग उनके पेट और पीठ पर टांगों और घूसों से हमला करते रहे।
इस दौरान सिपाही हरमिंदर सिंह ने मोबाइल से चौकी में फोन कर दिया। जब पुलिस की गाड़ी का हूटर हमलावरों ने सुना तो वह मौके से फरार हो गए और उनकी जान बच पाई।
पुलिस ने थाना सदर रायकोट में तीन भाइयों हरबंस सिंह, निर्मल सिंह, बंत सिंह, मनदीह सिंह, सुखराज सिंह, लखवीर सिंह, दर्शप्रीत सिंह, गुरमेल कौर, सुखविंदर कौर, हरप्रीत सिंह, जगराज सिंह, पिरता सिंह निवासी गोबिंदगड़, संदीप सिंह निवासी संदोड, कुलदीप कौर, जसविंदर कौर, अर्शप्रीत कौर निवासी धनेर के खिलाफ इरादा हत्या का मामला दर्ज कर हरबंस सिंह, जगराज सिंह, हरप्रीत सिंह, हरशप्रीत कौर और जसविंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया है।